28 नवंबर को जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार, भारत का राजकोषीय घाटा वर्ष के पहले सात महीनों में थोड़ा बढ़ा है।
अक्टूबर तक देश का राजकोषीय घाटा बजट का 46.5 प्रतिशत रहा, जो पिछले वर्ष की समान अवधि के 45 प्रतिशत से अधिक है।
पूंजीगत व्यय कम रहा, सरकार ने वित्त वर्ष के बजट 11.11 लाख करोड़ रुपये का 42 प्रतिशत खर्च किया, जबकि पिछले वित्त वर्ष की अप्रैल-अक्टूबर अवधि में 54.7 प्रतिशत खर्च किया गया था।
विशेषज्ञों का मानना है कि सरकार केंद्रीय बजट 2024-25 में निर्धारित 4.9 प्रतिशत के fiscal deficit के लक्ष्य को आसानी से प्राप्त कर लेगी।