29 नवंबर को सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही में भारत की जीडीपी वृद्धि दर सात तिमाहियों में सबसे निचले स्तर 5.4 प्रतिशत पर आ गई। पिछली तिमाही में अर्थव्यवस्था 6.7 प्रतिशत और एक साल पहले की अवधि में 8.1 प्रतिशत की दर से बढ़ी थी।
सितंबर की वृद्धि 11 अर्थशास्त्रियों के MC पोल से काफी कम थी, जिसमें औसत वृद्धि 6.5 प्रतिशत आंकी गई थी, जबकि पूर्वानुमान 6.2 से 6.8 प्रतिशत के बीच था। एक सर्वे में उम्मीद जताई गई है कि वित्त वर्ष 25 में अर्थव्यवस्था 6.8 प्रतिशत बढ़ेगी, जो RBI के 7.2 प्रतिशत के पूर्वानुमान से कम है, लेकिन मुख्य आर्थिक सलाहकार द्वारा दिए गए 6.5-7 प्रतिशत के दायरे में है।
29 नवंबर को जारी आंकड़ों से पता चला कि कृषि क्षेत्र की एक और शानदार तिमाही रही, जिसमें तिमाही के दौरान कृषि सकल मूल्य वर्धन में 3.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई। अर्थशास्त्रियों ने पहले एमसी को बताया था कि वित्त वर्ष 2025 में कृषि विकास दर 4 प्रतिशत को पार कर जाएगी। वित्त वर्ष 2024 में कृषि विकास दर 1.4 प्रतिशत रही।