कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने गुरुवार को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने भाषण में कहा कि बेंगलुरू को विश्वस्तरीय शहर बनाने के लिए ‘ब्रांड बेंगलुरू’ की अवधारणा को क्रियान्वित किया जा रहा है। सिद्धारमैया ने कहा, “इसका उद्देश्य 48,686 करोड़ रुपये के अनुमानित बजट के साथ एक अभिनव एकीकृत वित्तीय मॉडल के माध्यम से शहर के लिए दीर्घकालिक बुनियादी ढांचा विकास योजनाएं शुरू करना है।”
उन्होंने कहा, “हमारी सरकार यातायात की भीड़भाड़ को कम करने में मदद करने के लिए पेरिफेरल रिंग रोड परियोजना को लागू करने के लिए भी प्रतिबद्ध है।” देश की प्रौद्योगिकी राजधानी के रूप में जाना जाने वाला बेंगलुरू अपर्याप्त बुनियादी ढांचे, यातायात की समस्याओं और बाढ़ के कारण आलोचनाओं का सामना कर रहा है।
गौरतलब है कि कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने 31 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक के दौरान कहा था कि बेंगलुरू में भीड़भाड़ कम करने के लिए दो शहरी सुरंगों और दो एलिवेटेड कॉरिडोर पर 36,950 करोड़ रुपये खर्च होंगे। कर्नाटक के आईटी-बीटी मंत्री प्रियांक खड़गे ने हाल ही में कहा कि सरकार जल्द ही बेंगलुरु में बुनियादी ढांचे की कमी को दूर करने के लिए तकनीकी और औद्योगिक गलियारों के लिए एक खाका पेश करेगी।
सीएम सिद्धारमैया ने कहा कि अच्छा बुनियादी ढांचा और परिवहन संपर्क आर्थिक विकास के लिए त्वरक हैं। “इस संबंध में, इस वर्ष 1,917 किलोमीटर राज्य राजमार्ग, 2,502 किलोमीटर जिला मुख्य सड़कें और 150 पुल बनाए जाएंगे। राज्य राजमार्ग विकास परियोजना चरण 5 के तहत, सरकार ने दो चरणों में 9,000 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से 2,500 किलोमीटर राजमार्गों के विकास को मंजूरी दी है। उन्होंने कहा, ‘‘परियोजना के पहले चरण में 4,000 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से 1,467 किलोमीटर राजमार्गों के विकास के लिए निविदा प्रक्रिया चल रही है।’’