भारतीय बीमा विनियामक एवं विकास प्राधिकरण (IRDAI) ने एक परिपत्र जारी कर ‘यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान’ (ULIP) को ‘निवेश उत्पाद’ के रूप में प्रचारित करने पर रोक लगा दी है। IRDAI ने अपने ने परिपत्र में कहा गया है कि ‘यूनिट-लिंक्ड’ या ‘इंडेक्स-लिंक्ड’ बीमा उत्पादों को ‘निवेश उत्पाद’ के रूप में विज्ञापित नहीं किया जाएगा। बीमा कंपनियों को यह स्पष्ट रूप से बताना होगा कि बाजार से जुड़ी इन्शुरन्स स्कीम्स पारंपरिक endowment पॉलिसियों से अलग हैं और उनमें जोखिम भी होता है।
इसी तरह, endowment पॉलिसियों को पहले से यह बताना होगा कि मुनाफे में अनुमानित बोनस की गारंटी नहीं है। IRDAI ने कहा कि लिंक्ड बीमा उत्पादों और variable annuity payment option वाले एन्युटी उत्पादों के सभी विज्ञापनों में जोखिम कारकों का खुलासा किया जाएगा। बीमा कंपनियों को जिन चीज़ों का विज्ञापन करने की अनुमति नहीं है, उनमें बीमा से संबंधित न होने वाली सेवाएँ, सामान्य बीमा उत्पादों के मामले में दरों/छूट की तुलना पूर्ववर्ती टैरिफ़ से करना, संबंधित जोखिमों के उचित संकेत के बिना बीमा उत्पाद के संभावित लाभों को उजागर करना, बिना किसी प्रासंगिक सीमा/शर्तों/प्रभावों के लाभों का आंशिक रूप से खुलासा करना आदि शामिल हैं।
कंपनियों को यह भी कहा गया है कि वे उत्पाद के लाभों को बढ़ा-चढ़ाकर न बताएँ, किसी प्रतिस्पर्धी या उद्योग की प्रतिष्ठा को नुकसान न पहुँचाएँ। यह भी स्पष्ट किया जाना चाहिए कि समझौते के तहत पेश किए जाने वाले विभिन्न फंड केवल फंड के नाम हैं और किसी भी तरह से इन योजनाओं की गुणवत्ता, उनकी भविष्य की संभावनाओं और रिटर्न का संकेत नहीं देते हैं।