महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने सोमवार को खुलासा किया कि अंतरिक्ष स्टार्टअप अग्निकुल कॉसमॉस में उनका निवेश है, अग्निकुल कॉसमॉस ने पिछले हफ्ते पूरी तरह से 3डी प्रिंटेड इंजन वाला दुनिया का पहला रॉकेट लॉन्च किया था। गुरुवार को रॉकेट अग्निबाण सॉर्टेड (सबऑर्बिटल टेक्नोलॉजिकल डेमोंस्ट्रेटर) भारत का पहला सेमी-क्रायोजेनिक इंजन संचालित रॉकेट लॉन्च बन गया, जिसे पूरी तरह से स्वदेशी तौर पर डिजाइन और निर्मित किया गया था। इसे गुरुवार सुबह 7:15 बजे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में अग्निकुल द्वारा स्थापित भारत के पहले निजी तौर पर विकसित लॉन्चपैड ‘धनुष’ से लॉन्च किया गया।
खबरों के मुताबिक लॉन्च पैड श्रीहरिकोटा में इसरो के रॉकेट पोर्ट के अंदर स्थित है। आनंद महिंद्रा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स- पर पोस्ट किया अग्निबाण एक दो-चरणीय रॉकेट है, जो 700 किलोमीटर की ऊँचाई तक 300 किलोग्राम तक का पेलोड ले जाने में सक्षम है। रॉकेट इंजन लिक्विड ऑक्सीजन/केरोसिन द्वारा संचालित होते हैं।
अग्निकुल कॉसमॉस, आईआईटी मद्रास में इनक्यूबेट किए गए एक स्टार्टअप ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि अग्निबाण SORTED वाहन डेटा अधिग्रहण प्रणाली और उड़ान कंप्यूटर पर काम करता है, जिन्हें 100 प्रतिशत इन-हाउस डिज़ाइन किया गया था। कंपनी ने कहा कि उड़ान पूरी तरह से विकसित और इन-हाउस डिज़ाइन किए गए ऑटोपायलट के साथ पूर्ण 3-अक्ष नियंत्रण के साथ एक नियंत्रित चढ़ाई थी, जिसमें अपेक्षित 65 सेकंड लगे। कंपनी ने कहा कि रॉकेट एविएशन-ग्रेड जेट ईंधन और औद्योगिक-ग्रेड लिक्विड ऑक्सीजन के साथ उड़ान भरने वाला पहला रॉकेट भी था। अग्निकुल कॉसमॉस द्वारा 2025 तक एक कक्षीय मिशन लॉन्च करने की उम्मीद है।