गठबंधन सरकार बनने के बाद भी भारतीय अर्थव्यवस्था की तेज वृद्धि दर जारी रहेगी, ऐसी उम्मीद मॉर्गन स्टेनली इंडिया के प्रबंधक निदेशक रिधम देसाई ने मंगलवार को जताई है। देसाई के मुताबिक उन्होंने नहीं लगता कि गठबंधन सरकार के सामने किसी प्रकार की कोई बाधा आएगी क्योंकि साल 2014 और 2019 को छोड़ दिया जाए तो भारत में गठबंधन सरकारें 1989 से चली आ रही हैं।
देसाई ने ये भी कहा कि सरकार की नीति में किसी भी प्रकार का बदलाव नहीं होगा। ऐसा करने से भारत की वृद्धि दर 7 से 8 प्रतिशत से बीच रहेगी और महंगाई भी काबू में रहेगी। देसाई ने घरेलू निवेशकों के पैसा लगाने पर कहा कि बाजार में दो बड़े खिलाड़ी हैं। पहला – घरेलू निवेशक और दूसरा- विदेशी निवेशक।
फिलहाल घरेलू निवेशक (DIIs) खरीदारी कर रहे हैं। ऐसे में विदेशी निवेशकों (FIIs) को मौका नहीं मिल पा रहा है। जैसे ही corporate पैसा जुटाना शुरू करेंगे तो FIIs को बाजार में एंट्री मिल सकती है। हमें लगता है कि आने वाले छह महीने में FIIs की खरीदारी लौट आएगी। बता दें, पिछले कुछ वर्षों में घरेलू निवेशकों ने बाजार में बड़ी मात्रा में निवेश किया है। अकेले मई में म्यूचुअल फंड्स में 34,697 करोड़ रुपये का निवेश आया है। वहीं, एसआईपी का आंकड़ा 20,904 करोड़ पर पहुंच गया है।
वित्तीय वर्ष 2023-24 में भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 8.2 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी। साल 2022-23 में भारतीय जीडीपी विकास दर 7 फीसदी रही थी। बता दें, साल 1960-61 के बाद से यह नौवीं बार है जब भारतीय जीडीपी दर एक वित्तीय वर्ष में 8 प्रतिशत या उससे अधिक रही है।