नई दिल्ली: देश का सबसे बड़ा बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) अपने किसान ग्राहकों को योनो कृषि के साथ टेक्नोलॉजी बेस्ड कृषि समाधान उपलब्ध करता है. हाल ही में शुरू किया गया यह प्लेटफॉर्म बुवाई से लेकर कटाई और फिर बिक्री तक, किसानों की सभी जरूरतों को पूरा करता है. कोविड-19 महामारी के कारण मौजूदा समय में SBI अपने किसान ग्राहकों के लिए योनो कृषि पर केसीसी रिव्यू ऑप्शन लाया है.
इससे किसानों को अपनी केसीसी सीमा में संशोधन के लिए आवेदन करने के लिए बैंक शाखा तक खुद आने की जरूरत नहीं होगी. योनो कृषि पर केसीसी रिव्यू ऑप्शन से किसान बिना किसी कागजी कार्रवाई के अपने घरों में बैठे-बैठे आराम से सिर्फ 4 क्लिक में ही आवेदन कर सकेंगे.
बैंक ने बयान में बताया कि इसे देखते हुए कि सभी किसानों के पास स्मार्ट फोन तक पहुंच नहीं है, एसबीआई ने अपनी शाखाओं में केसीसी समीक्षा प्रक्रिया को भी कारगर बनाया है. एसबीआई के साथ केसीसी खाते वाले 75 लाख से ज्यादा किसानों को योनो कृषि पर केसीसी रिव्यू का लाभ मिलने की उम्मीद है. पेपरलेस केसीसी समीक्षा की सुविधा से किसानों की केसीसी सीमा के संशोधन के लिए आवेदन करने में लागत बचेगी. इसके साथ विशेष रूप से कटाई के मौसम के दौरान उनके लिए प्रक्रिया को तेज बनाएगी.
केसीसी रिव्यू के अलावा 10 से अधिक स्थानीय भाषाओं में किसानों तक टेक्नोलॉजी वाला बहुभाषी योनो कृषि प्लेटफॉर्म अपने किसान ग्राहकों को योनो खाता, योनो बचत, योनो मित्र और योनो मंडी जैसी सेवाएं उपलब्ध करा रहा है. ये खास ऑफर किसानों को कृषि ऋण उत्पादों, कृषि उपकरणों को खरीदने और किराए पर लेने, अनुकूलित कृषि सलाहकार, निवेश और फसल बीमा उत्पाद, तत्काल कृषि गोल्ड ऋण, वैज्ञानिक खेती के तरीकों को उन्नत करने के साथ कई सुविधाएं देते हैं .योनो कृषि के साथ एसबीआई ने किसानों के लिए डिजिटल कृषि उपल्बध कराई है .