बजट से ठीक पहले सरकार ने पोस्ट ऑफिस की आरडी से लेकर नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट जैसी आम आदमी की छोटी-छोटी बचत पर ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है. बता दें कि स्मॉल सेविंग स्कीम्स पर सरकार हर तीन महीने में ब्याज दरों की समीक्षा करके उस में जरूरत पड़ने पर बदलाव करती है लेकिन फिलहाल ऐसा नहीं किया गया है.
लोकसभा चुनाव से पहले सरकार अंतरिम बजट लाई थी. अब सरकार मानसून सत्र की समाप्ति से पहले देश का पूर्ण बजट लाने वाली है. सरकार ने इससे ठीक पहले जुलाई-सितंबर तिमाही के लिए छोटी बचत योजनाओं के लिए ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है. काफी समय से इस बात की अटकलें थीं कि ब्याज दरों को बदला जा सकता है . वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को जानकारी देते हुए कहा कि सरकार ने जुलाई-सितंबर तिमाही के लिए छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों को यथावत खने का फैसला किया है. इसलिए इंटरेस्ट रेट पर दोबारा फैसला अब 30 सितंब के बाद लिया जाएगा.
छोटी बचत योजनाओं में सुकन्या समृद्धि योजना में सरकार सबसे ज्यादा ब्याज देती है. ये ब्याज 8.2 प्रतिशत वार्षिक होता है. इतना ही ब्याज सरकार सीनियर सिटीजन स्कीम के लिए भी देती है. इन दोनों स्कीम में पोस्ट ऑफिस से निवेश किया जा सकता है. सुकन्या समृद्धि खाता, एक खास स्कीम है. ये उन पैरेंट्स के बहुत काम आती है जिन्हें अपनी बेटी की पढ़ाई के लिए ज़्यादा पैसों की ज़रुरत होती है और वो एक बड़ा फंड बनाना करना चाहते हैं.