SBI से लोन लेना आज से महंगा हो गया है। बैंक ने चुनिंदा अवधि पर अपने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स-बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) में 10 बेसिस प्वाइंट्स तक की बढ़ोतरी की है। संशोधित दरें 15 जुलाई 2024 से प्रभावी होंगी। इससे पहले जून 2024 में बैंक ने चुनिंदा अवधि पर लोन दरों (MCLR) में 10 bps की बढ़ोतरी की थी। इस बढ़ोतरी के चलते होम लोन, कार लोन समेत सभी तरह के लोन महंगे हो गए हैं।
SBI ने एक महीने की MCLR बेंचमार्क दर को 5 बेसिस प्वाइंट्स बढ़ाकर 8.35% कर दिया है, जबकि तीन महीने की MCLR बेंचमार्क दर को 10 बेसिस प्वाइंट्स बढ़ाकर 8.40% कर दिया है। बैंक ने छह महीने, एक साल और दो साल की अवधि के लिए MCLR दरों में 10 आधार अंकों की वृद्धि की है, जिससे वे क्रमशः 8.75%, 8.85% और 8.95% हो गए हैं। तीन साल की MCLR को 5 आधार अंकों की वृद्धि करके 9% कर दिया गया है।
अवधि मौजूदा MCLR (% में) संशोधित MCLR (% में) अब इस तरह हैं. ओवरनाइट 8.10 8.10, एक महीना 8.30 8.35, तीन महीने 8.30 8.40, छह महीने 8.65 8.75, एक साल 8.75 8.85, दो साल 8.85 8.95, तीन साल 8.95 9.00.
बता दें कि मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) वह न्यूनतम लेंडिंग रेट है, जिसके नीचे बैंक को लोन देने की अनुमति नहीं होती है। कर्जदारों को ऊंची ब्याज दरों में किसी भी कटौती के लिए लंबे समय तक इंतजार करना होगा, क्योंकि भारतीय रिजर्व बैंक ने अपनी हालिया बैठक में रेपो दर को 6.5% पर अपरिवर्तित रखने का फैसला किया है। यह लगातार नौवीं बैठक है जिसमें केंद्रीय बैंक ने मौजूदा दर को बरकरार रखा है। विशेषज्ञ अगली बैठक में दरों में कटौती की उम्मीद नहीं कर रहे हैं।