उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) ने बताया है कि 2016 से 2014 के बीच स्टार्टअप्स को 147 बिलियन डॉलर से अधिक का वित्तपोषण प्राप्त हुआ, जिसके परिणामस्वरूप 16 लाख से अधिक नौकरियों का सृजन हुआ।
मीडिया ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए DPIIT सचिव अमरदीप सिंह भाटिया ने कहा कि ‘एंजल टैक्स’ को हटाने से देश में स्टार्टअप इकोसिस्टम को मजबूत करने में मदद मिली है।
जुलाई 2024 में पेश किए गए केंद्रीय बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एंजल टैक्स को समाप्त करने की घोषणा की, जिसे 2012 में पेश किया गया था। एंजल टैक्स का मतलब उचित बाजार मूल्य से अधिक जुटाई गई पूंजी पर लगाया जाने वाला कर है।
डीपीआईआईटी के संयुक्त सचिव संजीव सिंह ने कहा कि स्टार्टअप्स को वित्त पोषण, जो 2016 में 8 बिलियन डॉलर था, 2024 कैलेंडर वर्ष के अंत तक बढ़कर 155 बिलियन डॉलर हो गया। फंडिंग डेटा 2014 के बाद का है। इसका मतलब है कि 8 बिलियन डॉलर का फंडिंग 2014-16 की अवधि के दौरान था। केंद्र सरकार ने जनवरी 2016 में स्टार्टअप इंडिया पहल शुरू की।
डीपीआईआईटी के आंकड़ों से पता चला है कि स्टार्टअप की संख्या 2016 में 400 से बढ़कर 2024 में 157,000 से अधिक हो गई। स्टार्टअप द्वारा सृजित नौकरियों की संख्या 2016 में लगभग 44,000 से बढ़कर 2024 में 17 लाख से अधिक हो गई.