ICICI बैंक ने शनिवार को बताया कि दिसंबर तिमाही में कंसोलिडेटिड नेट प्रॉफिट 17.73 फीसदी के उछाल के साथ 5,498.15 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है. यह एक साल पहले की अवधि में 4,670.10 करोड़ रुपये पर था. स्टैंडअलोन आधार पर, देश के दूसरे सबसे बड़े निजी क्षेत्र के बैंक को समीक्षाधीन तिमाही में 19.12 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 4,939.59 करोड़ का पोस्ट-टैक्स प्रॉफिट हुआ है. यह अक्टूबर-दिसंबर 2019 की अवधि में 4.146.46 करोड़ रुपये पर था.
बैंक की कुल आय एक साल पहले की 23,638 करोड़ रुपये से बढ़कर 24,416 करोड़ रुपये पर पहुंच गई. जबकि उसका कुल खर्च कम होकर 15,596 करोड़ हो गया, जो एक साल पहले 16,089 करोड़ था.
बैंक का सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों (एनपीए) अनुपात 4.38 फीसदी पर था. लेकिन यह 5.42 फीसदी पर होता, अगर सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला नहीं होता, जिसमें बैंकों को लोन पुनर्भुगतान मोरेटोरियम के आखिर में नॉन-पेइंग लोन अकाउंट्स को एनपीए के तौर पर क्वालिफाई नहीं करने के लिए कहा गया था.
बैंक के कुल प्रावधान एक साल पहले की अवधि के 2,083 करोड़ रुपये से बढ़कर 2,741 करोड़ पर पहुंच गए. लेकिन एक्सचेंज फाइलिंग के मुताबिक, इससे पिछली तिमाही के 2,995 करोड़ रुपये के मुकाबले कम है. बयान में कहा गया है कि 30 दिसंबर 2020 की तारीख को, बैंक का कुल कोविड-19 से संबंधित प्रावधान 9,984.46 करोड़ रुपये रहा, जिसमें 3,509.46 करोड़ रुपये का कंटिजेंसी प्रोविजन शामिल है. इसमें कहा गया है कि बैंक के पास मौजूद प्रावधान आरबीआई की जरूरत के मुताबिक ज्यादा है और बैंक की कैपिटल और लिक्विडिटी की स्थिति मजबूत है.