कोरोना महामारी के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था को तगड़ा झटका लगा था और चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी में रिकॉर्ड गिरावट रही. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने उम्मीद जताई है कि जल्द ही इसमें सुधार होगा. उनका कहना है कि सरकार द्वारा अधिक खर्च से चार से पांच साल में मजबूत बढ़ोतरी की नींव तैयार होगी. कोरोना वायरस के कारण दुनिया भर में अमेरिका के बाद सख्त लॉकडाउन के बावजूद सबसे अधिक भारत में संक्रमण के मामले सामने आए हैं.
निर्मला सीतारमण ने रायटर्स के ग्लोबल इंवेस्टमेंट आउटलुक समिट 2021 में कहा कि बेहतर इकोनॉमिक ग्रोथ के लिए वित्त वर्ष 2021-22 बहुत महत्वपूर्ण है जो अगले चार से पांच वर्षों के लिए नींव तैयार करेगा. उनका मुख्य फोकस बजट पर है और इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च बढ़ाने को लेकर है. हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि वह अगले बजट में सरकारी खर्च कितना बढ़ाने का प्रस्ताव रख रही है.
बजट घाटे को लेकर भारत सरकार ने कोरोना महामारी के दौरान आर्थिक पैकेज ज्यादा नहीं जारी किए, जैसा कि अमेरिका, जापान और ब्रिटेन ने किया. अब सीतारमण का सुझाव है कि सरकार को ग्रोथ बढ़ाने के लिए आने वाले समय में खर्च बढ़ाना चाहिए. उनका मानना है कि अगर अब खर्च नहीं बढ़ाया गया तो महामारी के दौरान जो सावधानियां बरती गई वो बेमानी हो जाएंगी और इकोनॉमिक रिकवरी बहुत मुश्किल हो जाएगी.