यस बैंक ने अपने 500 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। बैंक से जुड़े सूत्रों के मुताबिक बैंक ने पुनर्गठन की कवायद के तहत यह कदम उठाया है। मिली जानकारी के मुताबिक बैंक में आगे भी छंटनी की संभावना है। बैंक ने अपने सभी वर्टिकल से कर्मचारियों को निकाल दिया है। निकाले गए लोगों को तीन महीने के वेतन के बराबर भत्ता दिया गया है। हालाँकि बैंक से छंटनी की खबर का शेयर पर ज्यादा असर नहीं पड़ रहा है।
विशेषज्ञों का कहना है कि बैंक डिजिटल बैंकिंग का इस्तेमाल बढ़ाकर अपनी ऑपरेशनल कॉस्ट को कम करने की कोशिश कर रहा है। आपको बता दें कि पिछले वित्त वर्ष में बैंक की ऑपरेशनल कॉस्ट में करीब 17% की बढ़ोतरी हुई थी। ऑपरेशनल कॉस्ट को कम करने की दिशा में यह कदम देखा जा रहा है। बैंक, जिसका सबसे बड़ा शेयरधारक भारतीय स्टेट बैंक है, ऑपरेटिंग प्रॉफिट को बेहतर बनाने के लिए संघर्ष कर रहा है।
वित्त वर्ष 2024 के अंत में यस बैंक का परिचालन लाभ 3386 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले के 3183 करोड़ रुपये से 6.4% अधिक है। वित्त वर्ष 2024 से 2023 के बीच कर्मचारियों पर बैंक का खर्च 12% से अधिक बढ़ा है। वित्त वर्ष 2024 के अंत में बैंक ने कर्मचारियों पर 3774 करोड़ रुपये खर्च किए। वहीं, वित्त वर्ष 2023 के अंत में कर्मचारियों पर 3363 करोड़ रुपये खर्च किए गए। वित्त वर्ष 2024 के अंत में बैंक के पास करीब 28,000 कर्मचारी थे। एक साल में 484 लोगों की नियुक्ति की गई। कुल कर्मचारियों में से 23,000 से अधिक कर्मचारी जूनियर मैनेजमेंट कैटेगरी में हैं।