नई दिल्ली। ऑटो उद्योग निकाय SIAM ने शुक्रवार को कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की कॉर्पोरेट कर की दर और अन्य घोषणाओं में कमी से इस क्षेत्र में स्थानीय विनिर्माण को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।
सरकार ने प्रभावी कॉर्पोरेट टैक्स को घटाकर घरेलू कंपनियों के लिए सभी उपकर और सरचार्ज को मिलाकर 25.17 प्रतिशत कर दिया। सीतारमण ने घोषणा करते हुए कहा कि नई कर की दर मौजूदा वित्त वर्ष से लागू होगी जो 1 अप्रैल से शुरू हुई थी।
सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) के अध्यक्ष राजन वढेरा ने एक बयान में कहा कि, एक अक्टूबर, 2019 से नए निवेश करने वाली नई कंपनियों के लिए कॉर्पोरेट कर की 15 प्रतिशत की कटौती से ऑटो सेक्टर में निवेश और एफडीआई का समर्थन होगा। ऑटोमोबाइल उद्योग के लिए मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि ऊष्मायन केंद्रों और अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों को शामिल करने के लिए सीएसआर (कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी) खर्च के दायरे का विस्तार भी ऑटोमोबाइल सेक्टर में खर्च करने में मदद करेगा।