एक और अस्थिर सत्र और भारतीय बेंचमार्क सूचकांकों में गिरावट, अब तो ये शेयर बाज़ार की एक परंपरा सी बनती जा रही है। बैंकिंग, धातु और आईटी में बिकवाली के बीच 30 अक्टूबर को निफ्टी 24,350 से नीचे गिरकर बंद हुआ वहीँ सेंसेक्स 426.85 अंक की गिरावट के साथ 79,942.18 पर रहा। मिश्रित वैश्विक संकेतों के कारण, भारतीय बेंचमार्क सूचकांक नकारात्मक रूप से खुले और सत्र के अधिकांश समय एक सीमित दायरे में कारोबार किया।
निफ्टी पर शीर्ष हारने वालों में सिप्ला, श्रीराम फाइनेंस, एचडीएफसी लाइफ, ट्रेंट, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस शामिल थे, जबकि अडानी एंटरप्राइजेज, टाटा कंज्यूमर, हीरो मोटोकॉर्प, ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज और मारुति सुजुकी बढ़ने वाले थे। क्षेत्रीय मोर्चे पर, एफएमसीजी, पूंजीगत सामान और मीडिया 0.5-2 प्रतिशत ऊपर थे, जबकि बैंक, फार्मा, आईटी प्रत्येक में 1 प्रतिशत की गिरावट आई। बीएसई मिडकैप इंडेक्स सपाट रहा और स्मॉलकैप इंडेक्स में 1.5 प्रतिशत की तेजी आई।
बीएसई पर 130 शेयरों ने 52-उच्च स्तर को छुआ, जिनमें एएमआई ऑर्गेनिक्स, अरविंद स्मार्टस्पेस, बोरोसिल, सिटी यूनियन बैंक, कोफोर्ज, क्रिसिल, दीपक फर्टिलाइजर्स, जिलेट इंडिया, इंडिगो पेंट्स, जगसनपाल फार्मा, कृष्णा डायग्नोस्टिक्स, पॉली मेडिक्योर आदि शामिल हैं।
सेक्टरों में मीडिया सबसे अधिक लाभ में रहा, उसके बाद एफएमसीजी का स्थान रहा, जबकि बैंकनिफ्टी और फार्मा में सबसे अधिक गिरावट आई। मिड और स्मॉलकैप ने अपने शुरुआती लाभ को बनाए रखा ।