क्रेडिट कार्ड ने लोगों की जिंदगी को बहुत आसान बना दिया है। जिनके पास नौकरी या आय का प्रमाण है, उन्हें तो यह आसानी से मिल जाता है, लेकिन जिनके पास नौकरी नहीं है, क्या उन्हें भी आसानी से क्रेडिट कार्ड मिल सकता है? आमतौर पर क्रेडिट कार्ड जारी करने वाले बैंक और वित्तीय संस्थान उन लोगों के आवेदन को प्राथमिकता देते हैं, जिनकी आय स्थिर और अच्छी सैलरी होती है, क्योंकि उनके पास आय प्रमाण होता है। लेकिन जिनके पास आय प्रमाण जैसे जरूरी दस्तावेज नहीं होते, उन्हें भी क्रेडिट कार्ड की जरूरत होती है। तो क्या ऐसे लोगों को क्रेडिट कार्ड मिल सकता है? इसका जवाब है कि मिल सकता है, हालांकि इसमें कई मुश्किलें हैं।
ऐसे लोग क्रेडिट कार्ड पाने के लिए अपनी एफडी का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस विकल्प में आय प्रमाण की जरूरत नहीं होती। बैंक या वित्तीय संस्थान एफडी पर आसानी से क्रेडिट कार्ड जारी कर देते हैं। इस तरह के क्रेडिट कार्ड को सिक्योर्ड कार्ड कहते हैं। इसमें आप एफडी को कोलैटरल के तौर पर इस्तेमाल करके क्रेडिट कार्ड पा सकते हैं। इस कार्ड की लिमिट एफडी अकाउंट में जमा रकम की 90 फीसदी तक हो सकती है। एफडी पर ब्याज मिलता रहता है, बिलों के भुगतान में देरी या डिफॉल्ट होने पर बैंक एफडी से बकाया रकम एडजस्ट कर लेता है।
पति और पत्नी ऐड-ऑन कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं। ऐसे मामले में, क्रेडिट कार्ड की सीमा प्राथमिक (पति) और द्वितीयक (पति) कार्डधारकों दोनों के लिए समान रूप से विभाजित की जाती है। उदाहरण के लिए, यदि कार्ड की सीमा 1 लाख रुपये है, तो ऐसी स्थिति में पति भुगतान के लिए 50,000 रुपये तक का उपयोग कर सकता है, वही राशि पत्नी द्वारा खर्च की जा सकती है। यदि कोई अभिभावक 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चे के लिए ऐड-ऑन कार्ड प्राप्त करना चाहता है, तो वह अपने प्राथमिक कार्ड को ऐड-ऑन क्रेडिट कार्ड से बदल सकता है।