बढ़ती आय और आकर्षक फाइनेंस विकल्पों की वजह से कार खरीदना अब काफी आसान हो गया है, यही वजह है कि पुरानी कारों की मांग में बड़ा उछाल आया है। CARS24 की ड्राइवटाइम तिमाही रिपोर्ट के मुताबिक दूसरी तिमाही के दौरान आगरा, कोयंबटूर, नागपुर और वडोदरा जैसे शहरों में पुरानी कारों की बिक्री में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। औसतन हर शहर में 25 फीसदी की वृद्धि देखी गई। पुरानी कारों की सस्ती कीमत के बारे में बढ़ती जागरूकता की वजह से बड़ी संख्या में लोग इन कारों को चुन रहे हैं, मॉडल की बात करें तो ग्रैंड i10, स्विफ्ट, बलेनो, क्विड, होंडा सिटी ज्यादातर उपभोक्ताओं की पहली पसंद बनी हुई हैं।
अहमदाबाद, बेंगलुरु, हैदराबाद, मुंबई और पुणे जैसे शहरों में दूसरी तिमाही के दौरान पुराणी कारों की बिक्री में बढ़ोतरी हुई है। आंकड़े बताते हैं कि आज लोग अपनी कार खुद खरीदना चाहते हैं और साथ ही सेकेंड हैंड कारें उनके लिए स्मार्ट चॉइस बन गई हैं। किफायती कीमत और विश्वसनीयता के कारण सेकेंड हैंड कारें आज के उपभोक्ताओं को अपनी ओर आकर्षित कर रही हैं। इसके अलावा ऑनलाइन मार्केटप्लेस और विकसित हो रहे डिजिटल सिस्टम ने सेकेंड हैंड कार खरीदना और भी आसान बना दिया है। उपभोक्ता आत्मविश्वास, पारदर्शिता और भरोसे के साथ अपनी पसंदीदा कार चुन सकते हैं और उसे खरीदने का फैसला कर सकते हैं। यही वजह है कि उपभोक्ताओं का सेकेंड हैंड कारों की ओर तेजी से झुकाव हो रहा है।
सेकेंड हैंड कार बाजार में 34.5 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ मारुति सुजुकी सबसे आगे है, इसके बाद 26.9 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ हुंडई दूसरे और 10.6 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ होंडा तीसरे स्थान पर है। ग्रैंड आई10 और बलेनो 2024 में सबसे ज्यादा बिकने वाले मॉडल थे। एसयूवी मॉडल में सबसे बड़ी उछाल देखी गई, जिसमें एमजी हेक्टर 4 गुना बढ़ी, निसान मैग्नाइट 2 गुना बढ़ी और जीप कंपास 2023 की तुलना में 2024 में 2 गुना बढ़ी।