देश के शीर्ष आठ शहरों में अप्रैल-जून में मकानों की बिक्री में पिछली तिमाही के मुकाबले छह फीसदी की गिरावट आई है। आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल-जून के दौरान आवासीय बिक्री छह फीसदी घटकर 1,13,768 इकाई रह गई, जबकि जनवरी-मार्च तिमाही में यह 120,642 इकाई थी। खबर के मुताबिक हालांकि अप्रैल-जून में आवासीय बिक्री में 42 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में 80,245 इकाई बिकी थी।
रेरा इंडिया के समूह मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) विकास वधावन ने कहा कि आम चुनावों के कारण अप्रैल-जून में मकानों की मांग घटी, हालांकि मजबूत बुनियाद के कारण रियल एस्टेट निवेश के प्रति उपभोक्ताओं की धारणा काफी सकारात्मक बनी हुई है। वधावन ने कहा कि केंद्र में नई सरकार के गठन के बाद निवेश समर्थक केंद्रीय बजट की उम्मीदों के बीच, हमारे पास यह मानने का कारण है कि आने वाली तिमाहियों में, खासकर त्योहारी महीनों के दौरान बिक्री मजबूत होगी।
हाउसिंग ब्रोकरेज फर्म प्रॉपटाइगर ने गुरुवार को जारी रिपोर्ट में शामिल आवासीय बाजार अहमदाबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता, दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (गुरुग्राम, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद और फरीदाबाद), मुंबई महानगर क्षेत्र (मुंबई, नवी मुंबई और ठाणे) और पुणे हैं। तिमाही-दर-तिमाही आंकड़ों के अनुसार, अहमदाबाद में घरों की बिक्री अप्रैल-जून में 26 प्रतिशत घटकर 9,500 इकाई रह गई, जबकि इस साल जनवरी-मार्च में यह 12,915 इकाई थी। हालांकि, बेंगलुरु में बिक्री 10,381 इकाई से 30 प्रतिशत बढ़कर 13,495 इकाई हो गई।
चेन्नई में आवासीय संपत्ति की बिक्री 4,427 इकाई से 10 प्रतिशत घटकर 3,984 इकाई रह गई। दिल्ली-एनसीआर में बिक्री 10 प्रतिशत बढ़कर 10,058 इकाई से 11,065 इकाई हो गई। हैदराबाद में घरों की बिक्री 14,298 इकाइयों से 14 प्रतिशत गिरकर 12,296 इकाई रह गई। कोलकाता में बिक्री 3,857 इकाइयों से गिरकर 3,237 इकाई रह गई।
मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) में घरों की बिक्री 41,594 इकाइयों से 8 प्रतिशत गिरकर 1,925 इकाई रह गई। पुणे में घरों की बिक्री अप्रैल-जून के दौरान 5 प्रतिशत गिरकर 21,925 इकाई रह गई, जबकि पिछली तिमाही में यह 23,112 इकाई थी। अप्रैल-जून तिमाही के दौरान नई आपूर्ति 1 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ 1,01,677 इकाई रह गई, जबकि जनवरी-मार्च अवधि में यह 1,03,020 इकाई थी।